भारत का ईमानदार न्यू-ज़ चैन-ल कौन सा है ?

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अगर हम केवल भारत के न्यू-ज़ चैनलों की बात करें तो भारत में कुल 890 से भी ज्यादा न्यू-ज़ चैनल है | जिसमें से 30 नेशनल चैनल है | [ जो कि भारत के सभी राज्य में प्रसारित होते हैं ] तो अगर आप पूछेंगे कि इन 30 चैनलों में से कौन सा चैनल भारत के लोगों और भारत के प्रति ईमानदार है |

तो इस प्रश्न का उत्तर सभी लोग अलग अलग देंगे | कोई एक चैनल के पछ में बोलेगा और कोई दूसरे चैनल के पक्ष में बोलेगा | और कई लोग तो न्यू-ज़ चैनल को पॉलिटिकल पार्टी के नाम पर बाटते हैं | कि यह चैनल कांग्रेस को सपोर्ट करता है और यह चैनल बीजेपी को सपोर्ट करता है |

पर अगर आप इन चैनलों को इनके इमानदारी पर बाटेंगे तो आपको कोई भी चैनल ईमानदार नहीं मिलेगा | क्योंकि न्यू-ज़ चैनल चलाने के लिए पैसे चाहिए और न्यू-ज़ चैनल केवल इमानदारी से नहीं चलता |

अब पैसे के लिए उन्हें किसी ना किसी पॉलीटिकल पार्टी को सपोर्ट करना ही होगा | ताकि उन्हें फंड मिल सके | और कई बार तो मीडिया पे-ड न्यू-ज़ भी दिखाती है | [ पैसे लेकर झू-ठी खबरें फैलाना ] और आज के समय में यह सभी न्यू-ज़ चैनलों ने सोशल मीडिया पर भी काफी मजबूत पकड़ बनाए रखी है | अगर आप इन सभी न्यू-ज़ चैनलों के यूट्यूब चैनल को देखेंगे तो आप पाएंगे कि इन सभी चैनलों के मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर हैं | और इनकी सोशल मीडिया पेज पर भी मिलियंस फॉलोअर है | और साथ ही इन सभी न्यू-ज़ चैनलों की वेबसाइट पर रोजाना लाखों लोग आते हैं |

पर जिस चैनल की सबसे ज्यादा फॉलोइंग है वह सबसे ज्यादा पैसे कमाते हैं | क्योंकि अगर वह कोई खबर दिखाएंगे तो ज्यादा लोग उसे देखेंगे |

आज के समय में लगभग यह सभी चैनल फ्री टू एयर है | [ मतलब टीवी पर इन चैनलों को देखने के लिए हमें पैसे नहीं देने होंगे ] और फ्री टू एयर होने के कारण इन्हें टीवी प्रसारण से कोई पैसे नहीं मिलते | तो अब इतनी बड़ी मीडिया हाउस को चलाने के लिए पैसे तो चाहिए ना ? तो अब पैसे कहां से आएंगे ?

अब आप कहेंगे कि न्यू-ज़ चैनलों को एडवर्टाइजमेंट से पैसे मिलते हैं | पर क्या केवल एडवर्टाइजमेंट के पैसे से न्यू-ज़ चैनल को चलाना आसान है ? बिल्कुल नहीं

तो ऐसे में उन्हें पैसे लेकर झू-ठी खबरें दिखानी पड़ती है | और जो झू-ठी खबरें दिखाता हो वह चैनल इमानदार कैसे हो सकता है |

पर बहुत सारे देश ऐसे हैं जहां पर न्यू-ज़ चैनलों को उनके दर्शक उन्हें पैसे देते हैं | जिसकी वजह से उन्हें कोई भी झू-ठी खबरें नहीं दिखानी पड़ती | क्योंकि उन्हें उनके दर्शन डो-नेट करके सपोर्ट करते हैं | पर इंडिया में ऐसा नहीं होता |

मैं इस सवाल का जवाब केवल एक शब्द में देना चाहूंगा : कोई नहीं