क्या सच में कभी YouTube का भी अंत हो सकता है ?

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जी हाँ, इसके पीछे का तर्क जानने के लिए उत्तर को पूरा पढ़े ।

यूट्यूब के अंत को जानने से पहले यूट्यूब की कार्यप्रणाली को देखते हैं ।

यूट्यूब को हम देखना इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि यूट्यूब अपने आप मे हमारे लिए मनोरंजन का विकल्प बन कर आया है जिसने हमारे किसी भी चीज़ को देखने का अंदाज़ बदल दिया है । टीवी पर हम चैनल के मन मुताबिक फिल्मो ओर धारावाहिक देखते हैं और 30 मिनट के धारावाहिक में 12 मिनट हम विज्ञापन देखने के पैसे देते हैं परंतु यूट्यूब पर एसा नही हैं । यूट्यूब पर कोई भी व्यक्ति विशेष अपने ज्ञान को साझा करने के लिए वीडियो बना के डाल सकता हैं । अधिक दर्शक होने से यूट्यूब विज्ञापन देने वालो की पहली पसंद है तथा यूट्यूब भी ईमानदारी से लगभग 55 प्रतिशत विज्ञापन का शुल्क वीडियो डालने वाले को देता हैं । इससे वर्तमान में यूट्यूब आजीविका का नया साधन बनके उभरा हैं ।

परंतु यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड करने वाले से जब आप पूछोगे तो वो बताएगा कि यूट्यूब पर भी कंपनियों की गुंडा गर्दी चलती हैं ।

यूट्यूब के अंत की निम्न वजह होंगी ।

यूट्यूब का प्राइवेसी फ़्रेंडली ना होना – ये तो हम सबको पता है की यूट्यूब अब गूगल की कंपनी हैं और गूगल व्यक्ति का डेटा चुरा के विज्ञापन दाताओं को बेचने के लिए बदनाम हैं एसे में जैसे जैसे लोग अपनी प्राइवेसी के लिए जागरूक होंगे यूट्यूब और इसके जैसी कंपनीयो का अंत शुरू हो जाएगा ।
विज्ञापन की अधिकता से – विज्ञापन किसको परेशान नही करते । आप खुद कितने एसे विज्ञापन से जूझते हो जिसको आप स्किप नहीं कर सकते । तथा विज्ञापन को लेके यूट्यूब निरंतर अपने अल्गोरिथम में बदलाव करता रहता हैं अतः अपने फायदे के लिए आप आने वाले दिनों में विज्ञापन की संख्या में इजाफा देख सकते हैं ।
यूट्यूब का इंडिविजुअल क्रिएटर को सपोर्ट नही करना – जिस टी सीरीज के लिए हमने दिन रात सब्सक्राइब की मदद मांगी उसके वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा अपने वीडियो में इस्तेमाल करके देखो ।यूट्यूब स्वत: संज्ञान से कॉपीराइट स्ट्राइक मारेगा ओर एसी 3 कॉपीराइट स्ट्राइक पर आपका यूट्यूब चैनल ही उड़ा देगा। अगर आप ध्यान से देखे तो यूट्यूब पर अब कंपनी के चैनल ज्यादा दिखेंगे तथा यूट्यूब की कम्युनिटी गाइडलाइन्स भी कंपनी के पक्ष में ही हैं ।
यूट्यूब का decentralize ना होना – यह यूट्यूब के अंत की सबसे बड़ी वजह होगी । आप सरकार की आलोचना कर रहे हैं और आपके पास आलोचना करने के लिए वाजिब तर्क भी हैं परंतु आपका वीडियो हटा लिया गया । आप यूट्यूब पर कुछ विशेष प्रकार के वीडियो देखना चाहते हैं परंतु कुछ विशेष दबाव की वजह से यूट्यूब ने वो वीडियो हटा लिया । यूट्यूब सेंट्रलाइज्ड हैं, मतलब इसे दबाव बना के नियंत्रित किया जा सकता हैं । इसका मतलब समझे आप? मतलब सरकार की आलोचना हो या किसी ब्रांड की । यूट्यूब आपको वो दिखायेगा जो वो खुद चाहेगा ।

कैसा हो कि आपको वीडियो देखने के लिए पैसे मिले । विज्ञापन देखने के लिए आपको पैसे मिले तथा उस पैसे से आप अपने मनपसंद यूटूबर को सपोर्ट कर पाओ ।

कैसा हो कि आप जो देखो वो किसी को नही पता हो आपकी वाच हिस्ट्री कही पर नही सेव हो आपको ज़बरदस्ती विज्ञापन नही दिखाए जाए

कैसा हो कि आप जो देखो वो शत प्रतिशत खुदका क्रिएशन हो किसी के दबाब में आके या पैसो के लालच में आके ज़बरदस्ती डाला वीडियो नही हो ।

जिस दिन ऐसा हुआ उस दिन यूट्यूब का अंत सुनिश्चित हैं । क्योंकि ऐसा मोबाइल ब्राउज़र की दुनिया मे तो हो चुका हैं । ब्रेव (Brave) ब्राउज़र लोगो को बहुत भा रहा हैं ।

हो सकता हैं आपको मेरे इस उत्तर से कुछ इत्तेफ़ाक़ हो परंतु डिजिटल मार्केटिंग की गहराई में आप जब आओगे तब आपको यूट्यूब का असली खेल समझ मे आएगा ।